कर्णसाँचे (Ear Mould) की मरम्मत एवं देखभाल
- मोल्ड को साफ-सुथरा रखें एवं उसे गदगी एवं कान के मैल (Wax) से बचाएँ। मोल्ड के अन्दर अवरोध से आवाज के ग्रहण में कमजोरी होती हैं। गदगी की वजह से कान में संक्रमण हो सकता हैं।
- कर्णसाँचा साबुन वाले पानी से धोएँ और गदगी को वायर (Wire) से या टूथब्रश (Tooth Brush) से साफ करें। पूरी तरह से सूखने के बाद ही उसका प्रयोग करें।
- मोल्ड को रिसीवर (Receiver) के ऊपर कठोरता से न दबाएँ (पॉकेट मॉडल यंत्रों में)। इससे रिसिवर को क्षति पहुँच सकती हैं।
- अगर मोल्ड (Mould) में ढीलापन आ जाता हैं, तो उसे बदल दीजिए। चिल्लाती हुई आवाज के कारण बच्चा श्रवण-यंत्र को अपने साधारण वाल्यूम लेवल (Volume Level) पर पहन नहीं पाएगा। छोटें बच्चों में मोल्ड को बार-बार बदलने की जरूरत पड सकती हैं (कुछ परिस्थितियों में महीने में 4-6 बार) क्योंकि कान की नली का आकार एवं नाप उम्र के हिसाब से बदलता रहता हैं।
- मोल्ड (Mould) को रिसीवर से बार-बार नहीं निकालना चाहिए। इससे स्प्रिंग का दबाव (Tension) कम होता हैं।
- मोल्ड अपनी जगह पर ठीक ढंग से स्थित होना चाहिए ताकि आवाज रिसीव न हो। अगर मोल्ड थोडा सा ढीला हो, तो थोडी सी रूई, स्पज (sponge) या कपडा रिसीवर एवं मोल्ड के बीच में रखने से कसाव आ सकता हैं। इससे आवाज का रिसाव भी कम हो जाता हैं।
- अगर मोल्ड को उपयोग में लाने के बाद बच्चे की त्वचा में कोई संक्रमण दिखायी दें, तो तुरंत कान, नाक एवं गला विशेष-ा की सलाह लेनी चाहिए।