वयस्कों में वाचा एवं भाषा दोष
भाषा दोष
मानव जाति को मस्तिष्क के विभिन्न विभागों से कल्पनाएँ, विचार एवं भावनाएँ, वाचा द्वारा अभिव्यक्त करने का मूल्यवान वरदान प्राप्त हु हैं। मस्तिष्क के वाचा केन्द्र से एवं वाचा अवयव की प्रक्रिया / क्रिया से यह आश्चर्य संभव हुआ हैं। लकवा या सर की गंभीर चोट से मस्तिष्क वाचा केन्द्र को क्षति पहुँचने के कारण से होने वाले भाषा दोष को अफेजिया करहते हैं। ऐसे लोगों को वाचा अभिव्यक्त करने एवं समझे में कठिनाई होती हैं। इसके अतिरिक्त उन्हें वाचन, लेखन एवं गणन में भी कठिनाई होती हैं। ऐसे लोगों को परिवार के भावनिक आधार और हायता की आवश्यकता होती हैं। वाचा एवं भाषा थेरैपी द्वारा उनके वाचा संप्रेषण कौशल को ठीक करने में सहायता होती हैं।