श्रवण-विकलांगता को रोकने के उपाय
- निकट संबंधियों में वैवाहिक रिश्ते मत कीजिए।
- जवान लडकियों एवं औरतों को रूबेला (Rubella) के रोग-प्रतिबंधक टीके लगवाइये।
- गर्भवती माँ का स्वास्थ्य अच्छा हो, इसकी सावधानी रखिए। समय-समय पर स्वास्थ्य-जाँच करवाइए।
- गर्भवती महिलाओं को संक्रामक रोगों से ग्रसित व्यक्तियों के संपर्क में नहीं आना चाहिए।
- गर्भवती महिलाएँ बच्चे को जन्म देंते समय प्रशिक्षित दाइयों की ही सेवाएँ ले।
- बच्चे का प्रतिबंधक टीकाकरण समयानुसार ही करवायें ।
- कान की साफ-सफाई रखें।
- कानों को स्वच्छ रखें । उनमें धूल, पानी एवं वैक्स न हो।
- काम को नुकीली वस्तुओं से गोदे नहीं जैसे कि माचिस की तीली, हेयरपिन, पेन्सिल इत्यादि। इससे कान का पर्दा फट सकता हैं एवं कान की नली में चोट लग सकती हैं।
- कान पर चाँटा न मारें इससे कान को स्थायी क्षति पहुँच सकती हैं।
- खेलते हुए छोटे बच्चों पर निगाह रखें कि वे कान में छोटी वस्तुओं को न डालें जैसे कि मोती, बीज जिससे कि कान के पर्दे एवं नली को स्थायी चोट पहुँच सकती हैं।
- कान में तेल या कोई ऐसा द्रव न डालें जिससे कि उसमें सूजन पैदा हो या दर्द हो। कान को हमेशा सूखा रखें।
- गन्दे पानी में तैराकी न करे । गन्दें पानी से कान में संक्रमण हो सकता हैं। तैराकी करते समय हमेशा कान को रूई से ढँक ले, विशेषतया डुबकी लगाते समय। इससे पानी कान के पर्दे पर अत्यधिक दबाव नहीं डाल पाता। पानी के अत्यधिक दबाव के कारण कान के पर्दे फट जाने का भय बना रहता हैं।
- सडक के किनारें बैठे झोला-छाप डॉक्टरों द्वारा कान को साफ करवाने का प्रयत्न न करें । वे गंदे एवं संक्रमित उपकरणों का प्रयोग करते हैं। इससे कान के पर्दे फट जाने का भय बना रहता हैं। कान को साफ करते समय हमेशा रूई से लिपटी तीली का प्रयोग करें या डॉक्टर द्वारा साफ करिए।
- जिससे व्यक्ति के कान से मवाद बह रहा हो, उसके द्वारा प्रयोग किए तकियों, तकिया के कवरों, टॉवेलों का प्रयोग बिना धोए न करें । इससे आपके कान में भी संक्रमण हो सकता हैं।
- शिशु को दूध पिलाते समय उसके सिर को हमेशा ऊँचा रखें, अन्यथा कान में दूध के चले जाने का भय रहता हैं। (गले एवं कान के बीच में छोटें रास्ते द्वारा) इसके द्वारा कान में दर्द हो सकता हैं एवं कान में सूजन आ सकती हैं।
- अत्यधिक तेज आवाज के प्रभाव में न रहें।
- डॉक्टर की सलाह के बिना दवाओं का सेवन न करें।
- अत्यधिक शोरगुल वाली जगहों पर ईयर प्रोटेक्टर का प्रयोग करें।
श्रवण-विकलांगता के विभिन्न कारकों को रोका जा सकता हैं। इन कारकों का ज्ञान उन व्यक्तियों की पहचान करने में मदद करता हैं, जो खतरें में हैं।